राजस्थान में मानसून की तीसरी लहर ने तबाही मचाई है। पिछले चार दिनों से प्रदेश में भारी बारिश हो रही है, जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। बारिश के कारण हुए हादसों में 18 लोगों की जान चली गई है। मौसम विभाग ने आज 28 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।
जयपुर: मानसून के तीसरे दौर की बारिश ने अब जोर पकड़ लिया है। पूरे प्रदेश में पिछले चार दिन से भारी बारिश हो रही है। बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। तेज बारिश की वजह से पिछले दो दिन में अलग-अलग जिलों में कई हादसे भी हुए हैं। 18 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग की ओर से आज बुधवार को भी प्रदेश के 28 जिलों (पुराने 33 जिलों के हिसाब से) में बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले दो दिन तक बारिश का यह दौर जारी रहने वाला है। इसके बाद बारिश कम हो जाएगी।
जानिए कहां-कहां है भारी बारिश की चेतावनी
मौसम केंद्र जयपुर की ओर से जारी किए गए ताजा बुलेटिन में आज बुधवार को प्रदेश के 28 जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है। झालावाड़ और बारां में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बूदी, चित्तौड़गढ, करौली, कोटा, सवाई माधोपुर और गंगानगर जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। साथ ही अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झुंझुनूं, प्रतापगढ, राजसमंद, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ और नागौर में भी तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार 19 जुलाई से प्रदेश में बारिश का दौर थमने की संभावना है।
दो दिन में 18 लोगों की गई जान
पिछले दो दिन में हुई तेज बारिश के दौरान प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कई हादसे हुए। इन हादसों में 18 लोगों की जान चली गई। कोटा और चित्तौड़गढ में सर्वाधिक 4-4 मौतें हुई जबकि प्रतापगढ में 3, चूरू में 2 मौतें हुई। राजसमंद, भरतपुर, अलवर, पाली और धौलपुर में भी 1-1 व्यक्ति की मौत हुई। दो दिन पहले कोटा की चंबल नदी में 6 युवक बह गए थे। इनमें से 2 युवकों के शव मिल गए जबकि अन्य की तलाश जारी है। बारिश के दौरान जो हादसे हुए। उनमें कुछ जलभराव के कारण हुए और कुछ तेज बहाव में बहने के कारण हुए। कहीं इमारत गिरने और कहीं करंट लगने से भी हादसे हुए।