बिहार में चुनाव आयोग के विशेष मतदाता गहन परीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न या एसआईआर) पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. इसको लेकर बुधवार को विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन की 10 पार्टियों ने दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार से मुलाक़ात की थी.
इस मुलाक़ात के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने चुनाव आयोग को लेकर अपनी नाराज़गी स्पष्ट तौर पर ज़ाहिर की.
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने कहा, “चुनाव आयोग के अधिकारियों का रवैया देखकर ऐसा लगता था कि उन्होंने ठान लिया है कि बिहार के 20 फ़ीसदी वोटरों से उनका अधिकार छीन लेना है.”
विपक्षी नेताओं का आरोप है कि ये बीस फ़ीसदी वोटर ग़रीब, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय के हैं, जिसका एक बड़ा हिस्सा उनका समर्थक मतदाता है.


