लेखराज कौशल
हापुड़ – जनपद में बीते कुछ दिनों से संदिग्ध ड्रोन गतिविधियों और चोरी की वारदातों को लेकर सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही अफवाहों ने आमजन में दहशत का माहौल बना दिया है। कई इलाकों से ऐसी सूचनाएं आई हैं कि चोरी से ठीक पहले आसमान में रहस्यमयी ड्रोन देखे गए, जिसके बाद ग्रामीणों ने खुद ही तथाकथित “ड्रोन चोरों” को पकड़कर पिटाई तक कर दी।
इन घटनाओं के बाद सोमवार को जिला प्रशासन हरकत में आया। जिलाधिकारी अभिषेक पांडे और पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में पत्रकारों संग विशेष गोष्ठी आयोजित की। गोष्ठी में अफवाहों पर रोक लगाने, जनता में फैले भय को दूर करने और मीडिया से सहयोग की अपील की गई।रेड जोन बना हापुड़, धारा 163 के तहत ड्रोन उड़ाने पर पूर्ण रोकजिलाधिकारी अभिषेक पांडे ने कहा कि जनपद में ड्रोन के नाम पर कुछ शरारती तत्व झूठ फैलाकर माहौल बिगाड़ रहे हैं। खासकर गढ़ क्षेत्र में अफवाहों ने विकराल रूप ले लिया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हापुड़ जनपद को रेड जोन घोषित कर दिया गया है और धारा 163 के अंतर्गत ड्रोन उड़ाने पर पूर्णतः निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।उन्होंने कहा कि अब कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति ड्रोन नहीं उड़ा सकेगा। शादी, धार्मिक आयोजनों या मीडिया कवरेज के लिए भी पहले संबंधित थाने से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा। पंजीकरण और अनुमति न मिलने की स्थिति में ड्रोन उड़ाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।एसपी बोले – डर का माहौल न बनने दें, अफवाह फैलाने वालों को नहीं बख्शा जाएगा पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने कहा कि अब तक की जांच में ड्रोन का चोरी की घटनाओं से कोई सीधा संबंध नहीं मिला है। कई जगह लोग बच्चों के खिलौने, एलईडी युक्त पतंग और कबूतरों को ड्रोन समझ बैठे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस तकनीक का डर दिखाकर जनता में भ्रम फैला रहे हैं।
उन्होंने चेताया कि सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी फैलाना अपराध है। यदि कोई व्हाट्सएप या फेसबुक ग्रुप में बिना पुष्टि के अफवाह फैलाता है, तो ग्रुप एडमिन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
गांवों में ड्रोन समझकर निर्दोषों की पिटाई, अब ग्राम समिति करेगी निगरानीगांवों में भय की वजह से ग्रामीणों ने कई निर्दोषों को ड्रोन चोर समझकर पीट दिया। प्रशासन ने इस पर चिंता जताई है और अब ग्राम सुरक्षा समितियों को सक्रिय करते हुए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। संदिग्ध वस्तु या गतिविधि दिखाई देने पर पुलिस को 112 या निकटतम थाने को सूचना देने की अपील की गई है।पत्रकारों से सहयोग की अपील, जिम्मेदारी से करें रिपोर्टिंगगोष्ठी में अधिकारियों ने पत्रकारों से अपील की कि वे किसी भी सूचना को प्रामाणिकता की पुष्टि के बाद ही साझा करें। मीडिया जनहित का चौथा स्तंभ है और ऐसे वक्त में उसकी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।जनता से अपील – संयम रखें, कानून अपने कार्य में सक्षम हैजिलाधिकारी ने कहा कि अफवाहें समाज में अविश्वास और भय पैदा करती हैं। जनपद प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है। जनता संयम बरते और किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें।