भागलपुर में सुल्तानगंज अंचल में प्रस्तावित ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने आदेश जारी किया है। इसमें उन्होंने मसदी, नोनसर, राजगंज, कसवा, सूजापुर और मंझली मौजा में चिह्नित कुल 855 एकड़ भूमि की खरीद-बिक्री और निबंधन पर तत्काल रोक लगा दी है।
आदेश में कहा गया है कि यह जमीन रैयती खाते की है, ऐसे में किसी भी तरह के लेनदेन से बचने के लिए रोक जरूरी है।
आसपास की जमीन की खरीद-बिक्री पर भी रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर और भी जमीन ली जा सके।

तकनीकी टीम करेगी जांच
जिलाधिकारी के पत्र के मुताबिक, भागलपुर ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट निर्माण को लेकर निदेशक, वायुयान संगठन निदेशालय, पटना को आवश्यक रिपोर्ट भेजा गया है। अब भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, नई दिल्ली की टीम तकनीकी जांच के लिए सुल्तानगंज आएगी। इसके लिए मुख्यालय के स्तर पर कवायद तेज हो चुकी है।
प्रस्तावित स्थल का प्री फिजिबिलिटी स्टडी किया जाएगा, जिसमें टर्मिनल, रनवे, वेटिंग लाउंज, चहारदीवारी जैसे बिंदुओं की जांच की जाएगी। आदेश का पालन सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
लेटर में कहा गया है कि नए हवाई अड्डा के निर्माण में किसी प्रकार की समस्या नहीं हो, इसके लिए जांच जरूरी है।
मसदी से मंझली तक 855 एकड़ जमीन चिह्नित
हवाई अड्डा निर्माण के लिए मसदी में 300 एकड़, नोनसर में 225 एकड़, राजगंज में 50 एकड़, कसवा में 205 एकड़, सूजापुर में 40 एकड़ और मंझली में 35 एकड़ भूमि चिह्नित की गई है। प्रस्तावित रनवे की लंबाई उत्तरी छोर से 4000 मीटर और दक्षिणी छोर से 3800 मीटर होगी।
जबकि, चौड़ाई 740 मीटर होगी। टर्मिनल भवन 1000 मीटर लंबा और 500 मीटर चौड़ा प्रस्तावित है। भागलपुर रेलवे स्टेशन से दूरी 30 किमी, जबकि सुल्तानगंज मुख्यालय से हवाई दूरी 2.9 किमी और सड़क रास्ते से 6 किमी होगी।